वाम पंथी – वाम पंथी
सडक रेल सब जाम पंथी
सुबह को ये हैं शाम पंथी
अजगर करे न चाकरी
पंछी करे न काम
बाबा मार्क्स कह गये
सबको लाल सलाम!!
मत चूको चौहान
जोड सरकार बनाओ
मेवा और मलाई खाओ
फिर माईक ले कर चिल्लाओ
वह सरकार निकम्मी है
हम जिसके साथी हैं
सच सफेद हाँथी
अब दुर्लभ नहीं रहे हैं
कामरेड हो गये हैं।
बंद करो यह शोर शराबा
न्यूज चैनलों “भूत” दिखाओ
गीदड भभकी में इतने मसाले
दीवाली मना रहे दीवाले!!
अमरीका से न्यूकलीयर डील हो
और सरकार गिर जायेगी
तो मुफ्त के चूहे चील कैसे खायेगी?
घूरे के जब जब दिन फिरते हैं
गाल बजा लेते हैं
राम भरोसे सरकार चलती है
ये पूवे पका लेते हैं।
*** राजीव रंजन प्रसाद
7 comments:
लाल सलाम वाले आपका पता पूछ रहे है ,शाम को रैली निकालेगे , दे दू क्या :)
देशद्रोहियों की जमकर खबर ली है आपने। आपके ही जैसे निर्भीक और सत्याग्रही लेखक की जरूरत है समाज को।
वाम पंथी
जाम पंथी
शाम पंथी
अजगर करे न चाकरी
पंछी करे न काम
बाबा मार्क्स कह गये
लाल सलाम!!
kya baat hai badhai
राजीव जी
आप का ये अंदाज़ बहुत भाया हमें...बहुत सही फटकार लगायी है आपने. वाह.
नीरज
राजीव जी
आप का ये अंदाज़ बहुत भाया हमें...बहुत सही फटकार लगायी है आपने. वाह.
नीरज
:):)bahut hi mast,wah kya baat kahi gazab .
क्या खूब लिखा है चिरकुट चालीसा, ऐसे चिरकुट चिंतको की देश में कमी नहीं है।
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