tag:blogger.com,1999:blog-37624905.post1429193460747219756..comments2024-02-28T14:12:54.227+05:30Comments on सफर - राजीव रंजन प्रसाद: मेरे कतरे कतरे को चाहा था..राजीव रंजन प्रसादhttp://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-37624905.post-21538940019033694522008-05-16T20:18:00.000+05:302008-05-16T20:18:00.000+05:30मैं कहता हूँ सागर सेमुझमे डूब मरो कम्बख्तकलेजा भर ...मैं कहता हूँ सागर से<BR/>मुझमे डूब मरो कम्बख्त<BR/>कलेजा भर जायेगा<BR/>मेरी आँखों से तो <BR/>सारा झर जायेगा<BR/>उसने तो मन की गागर में<BR/>ठूस ठूस कर सागर भर कर<BR/>मुझको छोड दिया पीने...<BR/><BR/><BR/>-वाह!! बहुत उम्दा!! गहरी सोच!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-37624905.post-14790360596340326042008-05-16T18:58:00.000+05:302008-05-16T18:58:00.000+05:30उसने तो मन की गागर मेंठूस ठूस कर सागर भर करमुझको छ...उसने तो मन की गागर में<BR/>ठूस ठूस कर सागर भर कर<BR/>मुझको छोड दिया पीने...<BR/><BR/>अच्छी है यह अभिव्यक्तिराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-37624905.post-86947089935371354592008-05-16T17:31:00.000+05:302008-05-16T17:31:00.000+05:30राजीव जीबहुत सुन्दर कल्पना की है-सने मुझको छोडमेरे...राजीव जी<BR/>बहुत सुन्दर कल्पना की है-<BR/>सने मुझको छोड<BR/>मेरे कतरे कतरे को चाहा था<BR/>उसने कतरा कतरा ले कर<BR/>मुझको छोड दिया जीने..<BR/>बधाई स्वीकारें।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.com